उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए मंगलवार को भी तीर्थयात्रियों का आना जारी है।ऐसा माना जाता है कि त्रिवेणी संगम वो स्थान है, जहां पर गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी का संगम होता है। मान्यता है कि इस पावन संगम में डुबकी लगाने से सभी पाप धुल जाते हैं और मन को शांति मिलती है। श्रद्धालुओं ने उत्तर प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महाकुंभ में हर दिन औसतन 1.44 करोड़ लोग स्नान कर रहे हैं। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा।
प्रयागराज महाकुंभ में तीन अमृत स्नान हो चुके हैं लेकिन अभी भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने में कोई कमी नहीं दिख रही है. महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के चलते रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने कई नयी व्यवस्थाएं की हैं. कई क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम और अन्य दिक्कतों के बावजूद महाकुंभ नगर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. ऐसी क्या वजह है कि श्रद्धालुओं को संगम अपनी ओर खींच रहा है.
महाकुंभ में मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर तो श्रद्धालुओं का जनसैलाब दिखता था लेकिन इसके बाद इतनी भीड़ पहले कभी नहीं देखी गई. बसंत पंचमी के स्नान के बाद ज्यादातर स्थानीय लोग ही यहां स्नान करते दिखाई देते थे लेकिन इस बार महाकुंभ का नजारा बदला हुआ और श्रद्धालुओं से भरा हुआ नजर आ रहा है.