Breaking News

SC ने राज्यपाल की शक्तियों पर प्रेसिडेंशियल रेफरेंस को लेकर फैसला सुरक्षित रखा     |   नेपाल में अंतरिम पीएम के लिए कुलमन घिसिंग का नाम Gen-Z ग्रुप ने आगे किया     |   नेपाल: आर्मी हेडक्वार्टर के बाहर झड़प, Gen Z प्रोटेस्टर गुट आपस में भिड़े     |   नेपाल: आर्मी चीफ ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को मौजूदा हालात की जानकारी दी     |   नेपाल में फंसे भारतीय को भारतीय दूतावास की मदद से सुरक्षित बिहार लाया गया     |  

कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था हुआ रवाना

जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को कश्मीर स्थित दो आधार शिविरों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 38 दिनों की तीर्थयात्रा तीन जुलाई को दो रूट से शुरू होगी। श्रद्धालु दो रूट से पवित्र गुफा से यात्रा करते हैं। इनमें से एक अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम रूट है जबकि दूसरा गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबा लेकिन ज्यादा खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल रूट है। यात्रा का समापन नौ अगस्त को होगा।

अधिकारियों ने बताया कि 1,115 महिलाओं, 31 बच्चों और 16 ट्रांसजेंडर समेत 5,892 तीर्थयात्रियों का जत्था सालाना अमरनाथ तीर्थयात्रा में शामिल होने के लिए तड़के साढ़े चार बजे आधार शिविर को रवाना हुआ। इस साल की यात्रा के लिए अब तक 3,31,000 से ज्यादा श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। तीर्थयात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का मौके पर ही पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। पिछले दो दिनों में करीब 4,000 टोकन बांटे गए हैं।

उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कड़ी सुरक्षा वाले भगवती नगर आधार शिविर में पहुंचने के तुरंत बाद पूजा की और बाद में कश्मीर में दोनों आधार शिविरों के लिए यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यात्रा को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम के दौरान सिन्हा के साथ स्थानीय विधायक, शीर्ष अधिकारी और विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रमुख मौजूद थे। इस मौके पर उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए उनकी सुरक्षित और आरामदेह यात्रा की कामना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमरनाथ यात्रा सभी श्रद्धालुओं के लिए अनूठे अनुभव का अहसास कराने वाली साबित
होगी।

उन्होंने सुरक्षा के बारे में कहा कि राजभवन और पुलिस नियंत्रण कक्ष में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र से यात्रा की 24 घंटे निगरानी की जा रही है, जबकि आरएफआईडी (रेडियो आवृत्ति पहचान) -आधारित निगरानी प्रणाली भी लगाई गई है। मनोज सिन्हा ने कहा कि चंदनवाड़ी और बालटाल यात्रा आधार शिविरों में ओएनजीसी (तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड) ने 100 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में एक बोर्ड कार्यालय और यात्री निवास का उद्घाटन किया गया है।