नागर विमानन मंत्रालय प्रयागराज की उड़ानों के किराये को युक्तिसंगत बनाने के लिए कदम उठा रही है। महाकुंभ के मद्देनजर बढ़ी हुई यातायात मांग को पूरा करने के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ा दी गई है। प्रयागराज में 26 फरवरी तक महाकुंभ चलेगा।
प्रयागराज के लिए हवाई किराये में बढ़ोतरी को लेकर चिंताओं के बीच, विमानन नियामक डीजीसीए के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उनसे उड़ानें बढ़ाने और टिकट की कीमतों को युक्तिसंगत बनाने को कहा गया। इस समय विभिन्न भारतीय शहरों से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं।
प्रयागराज दिसंबर, 2024 में आठ शहरों से सीधे जुड़ा था, जबकि अब ये संख्या बढ़कर 17 हो गई है। मंत्रालय ने बयान में कहा कि श्रीनगर और विशाखापत्तनम समेत 26 शहर सीधी और ठहराव के साथ उड़ानों के जरिए प्रयागराज से जुड़े हैं। बयान के मुताबिक, नागर विमानन मंत्री के राम मोहन नायडू ने एयरलाइन कंपनियों से ये पक्का करने के लिए कहा है कि खासतौर से स्नान पर्वों के दौरान हवाई किराये नियंत्रण में रहें।
इसमें कहा गया कि विशेष स्नान पर्व के दौरान हवाई किराये पर नियंत्रण रहे, इसलिए डीजीसीए ने एयरलाइन कंपनियों को यात्रियों को समायोजित करने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित करने की सलाह दी है। ऐसे में अकासा एयर 28 और 29 जनवरी को अहमदाबाद से विशेष उड़ानें संचालित करेगी। फरवरी में अहमदाबाद से नौ उड़ानें और बेंगलुरु से प्रयागराज के लिए 12 उड़ानें संचालित करने की योजना है। स्पाइसजेट फरवरी, 2025 में दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से प्रयागराज के बीच उड़ान सेवा शुरू करने की तैयारी में है।
प्रयागराज महाकुंभ: सरकार ने प्रयागराज की उड़ानों के किराये को युक्तिसंगत बनाने के कदम उठाए
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