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पितृ पक्ष: आज से शुरू होगा श्राद्ध कार्यक्रम

श्रद्धा से पितरों को याद करने, उनका तर्पण और श्राद्ध करने का पखवाड़ा पितृपक्ष आज बुधवार 18 सितंबर से शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में लोग बेतवा नदी के बढ़ वाले घाट पहुंचे और अपने पितरों को याद करके तर्पण किया। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष के 15 दिन पितृपक्ष के नाम से जाने जाते हैं। इन 15 दिनों में लोग अपने पितरों को जल देते हैं तथा उनकी मृत्यु तिथि पर श्राद्ध करते हैं।

पितरों का ऋण श्राद्धों द्वारा चुकाया जाता है। पितृपक्ष श्राद्धों के लिए निश्चित 15 तिथियों का एक समूह है। वर्ष के किसी भी माह तथा तिथि में स्वर्गवासी हुए पितरों के लिए पितृपक्ष में उसी तिथि को श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध करने की विधि पूर्णिमा तिथि को श्राद्ध पक्ष में सम्मिलित कर लें तो 16 दिन तक आस्थावान लोग अपने पितरों को तृप्त करने के लिए तर्पण, श्राद्ध, ब्राह्मण भोजन पंचवली आदि कर्म करते हैं। इसी दिन से महालय का प्रारंभ भी माना जाता है।