देश के कई हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को श्री रामनाथस्वामी मंदिर के सामने अग्नितीर्थम समुद्र में पवित्र डुबकी लगाई।
श्रद्धालुओं ने भी आनी अमावसई (अमावस्या दिवस) के मौके पर 'तर्पणम' देकर अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी।
आनी अमावसई से पहले रामेश्वरम शहर में भारी सुरक्षा तैनात की गई थी।