Breaking News

नेपाल: आर्मी चीफ ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को मौजूदा हालात की जानकारी दी     |   नेपाल में फंसे भारतीय को भारतीय दूतावास की मदद से सुरक्षित बिहार लाया गया     |   PM मोदी का वाराणसी में रोड शो, थोड़ी देर में मॉरीशस के पीएम से मिलेंगे     |   कर्नाटक: भड़काऊ भाषण देने के आरोप में एमएलसी सीटी रवि के खिलाफ FIR दर्ज     |   राहुल गांधी कल गुजरात दौरे पर होंगे     |  

जीन्स की एक साइड ही छोटी जेब क्यों होती है?

जब भी आप जीन्स पहनते हैं, आपने जरूर गौर किया होगा कि उसमें बड़ी जेब के अंदर एक और छोटी सी जेब होती है। बहुत से लोग इसे सिक्के, चाबियां या USB ड्राइव रखने के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस छोटी जेब का असली मकसद क्या था?

इतिहास से जुड़ा है इसका कारण

इस छोटी जेब को अंग्रेज़ी में "watch pocket" या "fob pocket" कहा जाता है। इसका इस्तेमाल सबसे पहले 1800 के दशक में किया गया था, जब लोग जेब में पहनने वाली छोटी घड़ियां (pocket watches) रखते थे। उस समय बेल्ट पर घड़ी लटकाना आम बात थी, लेकिन इसे सुरक्षित रखने के लिए जीन्स की बड़ी जेब के अंदर एक अलग, छोटी जेब बनाई गई।

Levi’s ने शुरू की थी ये परंपरा

दुनिया की पहली जीन्स बनाने वाली कंपनी Levi’s ने 1879 में सबसे पहले इस डिजाइन को इस्तेमाल किया था। Levi’s की क्लासिक जीन्स में आज भी यह जेब पाई जाती है, और इसे "fourth pocket" कहा जाता है।

आज के समय में इसका उपयोग

हालांकि आज जेब घड़ियां फैशन से बाहर हो चुकी हैं, लेकिन यह छोटी जेब अब भी जीन्स का हिस्सा बनी हुई है। लोग इसका इस्तेमाल अलग-अलग चीजों के लिए करते हैं:

  • सिक्के रखने के लिए

  • चाबियां रखने के लिए

  • रिंग या छोटा पेंडेंट

  • USB ड्राइव या AirPods

  • कुछ लोग तो इसे सिर्फ "style element" मानते हैं

आजकल कई ब्रांड्स इस जेब को छोड़ भी देते हैं या उसे और छोटा-बड़ा कर देते हैं, लेकिन Levi’s और कई क्लासिक ब्रांड आज भी इस परंपरा को बनाए हुए हैं। जीन्स की छोटी जेब कोई डिजाइन की गलती नहीं, बल्कि इतिहास से जुड़ी एक अनोखी परंपरा है। अगली बार जब आप जीन्स पहनें, तो इस छोटी जेब को गौर से देखें  ये सिर्फ स्टाइल नहीं, एक कहानी भी है।