ट्रंप प्रशासन द्वारा सोमवार को बड़ा बयान देते हुए मेक्सिको के टमाटर पर 17 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की गई. प्रशासन का कहना है कि डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स को अमेरिकी किसानों की तरफ से लंबे समय से नुकसान की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया. वर्ष 2019 में अमेरिका और मेक्सिको के बीच एक व्यापारिक समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत कहा गया था कि मेक्सिको अपने टमाटरों को अमेरिका में एक तय न्यूनतम कीमत पर बेचेगा. इस समझौते का उद्देश्य था अमेरिका के किसानों को नुकसान न हो. इसे सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के अधिकारी समय-समय पर समझौते के नियमों की समीक्षा करते रहे हैं. इस समझौते के तहत मेक्सिकन टमाटरों पर टैक्स नहीं लगाया गया था. टमाटरों को केवल एक न्यूनतम कीमत पर बेचने के लिए कहा गया था.
प्रशासन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस समझौते से अमेरिकी किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया है कि अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स को किसानों की बहुत सारी शिकायतें मिली हैं. यह समझौता किसानों को नुकसान से बचाने के लिए लाया गया था, लेकिन इसके बाद भी अमेरिका के किसानों को नुकसान हो रहा है. इस कारण से इसे हटाने का फैसला लिया गया है.
बता दें कि आज के समय में अमेरिकी बाजारों में मेक्सिको 70 प्रतिशत टमाटरों की आपूर्ति करता है. अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स और नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन समेत कई सारे संगठनों ने प्रशासन के फैसले से नाखुश हैं और विरोध कर रहे हैं. इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए संगठनों की तरफ से डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स को पत्र भेजा गया. इसमें उन्होंने कहा कि इस कदम से 50,000 लोगों की नौकरियों पर संकट आ सकता है. इसके साथ ही देश को 8.3 अरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ सकता है.