यमन के सादा प्रांत में स्थित एक प्रवासी हिरासत केंद्र पर 28 अप्रैल 2025 को हुए अमेरिकी हवाई हमले में कम से कम 68 अफ्रीकी प्रवासियों की मौत हो गई। यह हमला हूथी नियंत्रित क्षेत्र में हुआ, जो सऊदी अरब की सीमा के पास स्थित है और प्रवासियों के लिए एक प्रमुख मार्ग है। हूथी मीडिया चैनल अल-मसीरा के अनुसार, हमले में 68 शव बरामद किए गए और 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। केंद्र में उस समय लगभग 115 प्रवासी मौजूद थे। यह स्थल पहले भी 2022 में सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा हमले का शिकार हो चुका है।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने नागरिक हताहतों की रिपोर्ट का संज्ञान लिया है और नुकसान का आकलन कर रहा है। हालांकि, आधिकारिक बयान में हमले की पुष्टि नहीं की गई है। यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन रफ राइडर' का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हूथी नेतृत्व को कमजोर करना और लाल सागर में नौवहन स्वतंत्रता बहाल करना है। इस अभियान के तहत मार्च से अब तक 800 से अधिक ठिकानों पर हमले किए गए हैं, जिनमें 158 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और अमेरिकी सांसदों ने इस बढ़ती नागरिक हताहतों पर चिंता व्यक्त की है और पेंटागन से जवाबदेही की मांग की है। यमन को अफ्रीका से खाड़ी देशों की ओर जाने वाले प्रवासियों के लिए एक प्रमुख मार्ग माना जाता है, और हूथी समूह अक्सर इन प्रवासियों को हिरासत में लेते हैं। अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और अन्य मानवीय संगठन घायल लोगों की सहायता में जुटे हैं। यह हमला यमन में चल रहे संघर्ष और प्रवासी संकट की गंभीरता को और बढ़ाता है, जहां पहले ही लाखों लोग मानवीय सहायता के लिए संघर्ष कर रहे हैं।