भाला फेंकने में भारत के लिए इतिहास रच चुके गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा से एक बार फिर बड़ी उम्मीदें हैं। अपने दूसरे ओलंपिक में नीरज चोपड़ा अपने भाले से इतिहास रचना चाहेंगे।140 करोड़ भारतीयों को उनसे एक बार फिर गोल्ड मेडल की उम्मीद है।
पेरिस में उनकी एक बार फिर परीक्षा होगी क्योंकि पूरे सीजन में वे जांघ की मांसपेशी यानी एडक्टर में खिंचाव की परेशानी से जूझते रहे हैं। वे मंगलवार को क्वालीफिकेशन दौर के लिए उतरेंगे और फाइनल आठ अगस्त को खेला जाएगा।
चोपड़ा अगर पेरिस में गोल्ड जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवे खिलाड़ी हो जाएंगे। इसके साथ ही वे ओलंपिक में दो गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय भी बन जाएंगे।
इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन कॉम्पटीशन में भाग लिया और उनमें भी बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं हालांकि उनके कोच ने फिटनेस को लेकर चिंताओं को खारिज करते हुए कहा अब उनके एडक्टर में कोई परेशानी नहीं है और वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
पेरिस में टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता चेक गणराज्य के याकूब वालेश, जर्मनी के जूलियन वेबर और पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स उन्हें फिर चुनौती देंगे।