भारत और कनाडा के बीच चल रहा कूटनीतिक तनाव भारतीय छात्रों की टेंशन बढ़ा रहा है। कनाडा में पढ़ने और वहां बसने का सपना देखने वाले छात्र-छात्राएं अब दूसरे देशों का रुख कर रहे हैं। महंगाई और बेरोजगारी की वजह से कई लोग अब यूरोपीय देशों में विकल्प तलाश रहे हैं।
इमिग्रेशन एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तनाव की वजह से छात्र दूसरे देशों में मूव करने का विचार कर रहे हैं, बावजूद इसके आज भी कनाडा उत्तर भारत के छात्र-छात्राओं की पहली पंसद बना हुआ है।
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक रिश्ते काफी समय से ठीक नहीं है। भारत ने सोमवार को छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। साथ ही कनाडा से अपने उच्चायुक्त और दूसरे अधिकारियों को वापस बुलाने का ऐलान किया है।
भारत ने ओटावा के उन आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें सिख चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साथ भारतीय राजदूत का नाम जोड़ा गया था। बेशक दोनों देशों के बीच ये विवाद कूटनीतिक है। लेकिन इसका असर भारतीय छात्र-छात्राओं पर पड़ा है।
भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक टकराव का भारतीय छात्रों पर असर
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