Bihar: उत्तराखंड में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने तिरुमाला मंदिर के लड्डू में कथित तौर पर पशु चर्बी मिलाए जाने को 'हिंदू समुदाय के खिलाफ संगठित अपराध' बताया है। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मंगलवार को शंकराचार्य ने उस समय को याद किया जब मंगल पांडेय को मुंह से कारतूस खोलने को कहा गया था, जिसमें पशु की चर्बी थी। इसके बाद भारत में क्रांति (1857 का स्वतंत्रता संग्राम) की शुरुआत हुई थी।
उन्होंने कहा कि ये कोई छोटी घटना नहीं है ये बड़ा अपराध है। ये हिंदू समुदाय के साथ विश्वासघात है। उन्होने चार-पांच दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सवाल उठाए। शंकराचार्य ने कहा कि इस मामले में जांच में देरी होगी और फिर दूसरे मुद्दे इस पर हावी हो जाएंगे।