जम्मू कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन को सात दिन हो गए हैं। समिति के विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर सभी दुकानें, रेस्तरां और व्यापारिक प्रतिष्ठान मंगलवार को सातवें दिन भी बंद रहे। इस वजह से सड़कें सूनी नजर आईं।
बंद की वजह से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हजारों तीर्थयात्री वैष्णो देवी मंदिर में रोजाना दर्शन के लिए पहुंचते हैं। श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने 25 दिसंबर को बंद बुलाया था।
बुधवार के मार्च के दौरान समिति नेता भूपिंदर सिंह और सोहन चंद समेत 18 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया था और विरोध स्थल से पुलिस वाहन में ले जाया गया। हिरासत में लिए गए लोगों के परिवारों ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ताराकोटे मार्ग को सांजी छत से जोड़ने वाली 250 करोड़ रुपये की प्रस्तावित रोपवे परियोजना हजारों लोगों की आजीविका को प्रभावित कर देगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई के लिए दबाव बनाने के लिए भूख हड़ताल कर रहे आठ युवाओं के सभी तरह के टेस्ट किए। इनमें से एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पिछले महीने रोपवे प्रोजेक्ट का ऐलान किया था। वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अन्य लोगों के लिए मंदिर तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए किया जा रहा है क्योंकि मंदिर तक पहुंचने के लिए 13 किलोमीटर की चढ़ाई काफी मुश्किल पड़ती है।