पंजाब में विपक्षी दलों ने मंगलवार को अमृतसर जिले में 17 लोगों की जहरीली शराब से हुई मौतों के लिए प्रदेश की आम आदमी पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पीड़ितों के परिवारों से मिलने के बाद पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा, "ये बहुत दुखद घटना है। इस घटना में हमारे 15-16 भाई मारे गए हैं। मैं उनके परिवारों से मिला। मैं बहुत दुखी हूं।"
कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा ने कहा, "मैं इसके लिए प्रदेश की आम आदमी पार्टी की सरकार, भगवंत मान और हरपाल सिंह चीमा को जिम्मेदार मानता हूं। ये उनकी प्रशासनिक विफलता है कि एक विधानसभा में 17 लोगों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा का इलाज चल रहा है। ये पूरी तरह से कानून-व्यवस्था की विफलता है।"
अकाली दल ने जहरीली शराब से हुई मौतों की सीबीआई जांच की मांग की और कहा कि राज्य सरकार को पीड़ितों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देना चाहिए।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मजीठा के गांवों में निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, "ये मौतें नहीं, हत्याएं हैं।"