Punjab: अमृतसर के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सीमा पार करने वाली सुनीता जामगड़े को पाकिस्तान रेंजर्स ने वापस भेज दिया है और अब उसे नागपुर पुलिस को सौंप दिया जाएगा। पाकिस्तान रेंजर्स ने जामगड़े को शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया।
जामगड़े का दावा है कि उसे बिल्कुल भी पता नहीं था कि वो सीमा पार कर गई है। उसने कहा, "बॉर्डर नहीं था, वो तो मुझ इंडिया का ही मैप दिखता है, मुझे पाकिस्तान का नक्शा तो दिखा ही नहीं।" महिला चार मई को अपने 13 साल के बेटे के साथ नागपुर से निकली और कारगिल पहुंची, जहां से वो 14 मई को पाकिस्तान चली गई।
इस मामले पर अमृतसर के एसएचओ अमनदीप सिंह ने कहा, "सुनीता नागपुर की रहने वाली है। वो सोशल मीडिया पर दो पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में थी और जब उन्होंने उसे वाघा बॉर्डर पर आने के लिए कहा तो वह आ गई। हमने उसे वापस घर भेज दिया। फिर वह वापस आई और रेलवे ट्रैक से सीमा पार करने की कोशिश की। हमने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फिर वह नागपुर वापस चली गई। फिर वह उन पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में आई और उन्होंने उसे कारगिल आने के लिए कहा। वह अपने बेटे को छोड़कर सीमा पार कर गई। वह 14 मई को सीमा पार कर गई और पाकिस्तानी रेंजरों ने उसे रोक लिया। व्हाइट फ्लैग मीटिंग के दौरान उसे बीएसएफ को सौंप दिया गया और उन्होंने उसे हमारे हवाले कर दिया। हमने उसे हिरासत में ले लिया है और अब उसे नागपुर भेजा जाएगा और पुलिस टीम पूरे मामले की जांच करेगी।"