मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक आदमी ने खुद को दिल का डॉक्टर (सर्जन) बताकर कई मरीजों की सर्जरी की। इन सर्जरी के बाद सात लोगों की मौत हो गई। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इस आदमी का नाम नरेंद्र विक्रमादित्य यादव है और ये देहरादून का रहने वाला है। ये खुद को ब्रिटेन का सर्जन बताकर अस्पताल में इलाज कर रहा था।
बाल कल्याण समिति, दमोह के अध्यक्ष दीपक तिवारी "उसमें जानकारी आई थी एक पेशेंट के द्वारा कि उन्होंने अपने किसी परिवार जन को भर्ती किया था, जो डॉक्टर थे कार्डियो डिपार्टमेंट में वो डायगनोज नहीं कर पा रहे थे, तो वहां पर थोड़ी बहसबाजी हुई और उन्होंने अपने पेशेंट को स्विच कर लिया और जबलपुर ले गए। लेकिन इसी दौरान बालक ने पूरी सर्चिंग करी तो पता चला कि यहां काफी समय से सारे लोग जितने पेशेंट देखे या ऑपरेट किए वो सारे नहीं रहे हैं और बड़ी शातिराना तरीके से पोस्टमार्टम नहीं होने दिए और किसी को भी कानो कान भनक नहीं होने दी और डेड बॉडी सुपुर्द कर दी और मामले को दबाने का पूरी प्रयास किया गया और जो डॉक्टर यहां बुलाए इन्होंने 'एन केम जॉन' करके थे, जबकि उस नाम के विदेश में डॉक्टर है। जो रियल डॉक्टर हैं कार्डियक डिपार्टमेंट के प्रसिद्ध डॉक्टर हैं वो विदेश में हैं और यहां पर जो व्यक्ति आया था उनका नाम उपयोग करते हुए, उसका नरेंद्र यादव नाम है, वो देहरादून का रहने वाला है।"