झारखंड में सिपाही पद के लिए भर्ती के दौरान फिजिकल टेस्ट के दौरान जान गंवाने वाले रोहित सिंह के परिवार ने इलाज में लापरवाही की बात कही है। रोहित के पिता का कहना कि अगर इलाज सही समय पर हो जाता तो आज उनका बेटा उनके साथ होता। प्रशासन की लापरवाही की वजह से आज हमने अपना बेटा खो दिया।
वहीं रोहित की मां का कहना कि उनकी बहू को नौकरी दी जाए ताकि घर परिवार चलाया जा सके। 22 अगस्त को शुरू हुआ अभियान 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद रोक दिया गया था। इन मौतों की वजह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीन सितंबर से पांच सितंबर तक अभियान स्थगित करने का निर्देश दिया था।
पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि झारखंड एक्साइस कॉन्स्टेबल भर्ती अभियान, शारीरिक परीक्षण संशोधित नियमों के साथ 10 सितंबर को फिर से शुरू होगा।