मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाले कलाकार पवनदीप पांडे ने 'वेस्ट टू वंडर' प्रोजेक्ट के तहत एक खस्ताहाल सिटी बस को खूबसूरत बस स्टैंड में तब्दील कर रहे हैं। ये सिटी बस कभी भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड के बेड़े का हिस्सा हुआ करती थी। बाद में जब ये कबाड़ हो गई तो पवनदीप पांडे ने इसे खरीदकर मजबूत बस स्टैंड में बदलने का काम शुरू कर दिया है।
पवनदीप के मुताबिक बस को पूरी तरह बस स्टैंड में बदलने की लागत तकरीबन दो लाख रुपये आई है जबकि आम तौर पर एक बस शेल्टर को बनाने में तकरीबन 18-20 लाख रुपये लग जाते हैं। इस पोर्टेबल बस स्टैंड को जरूरत पड़ने पर एक से दूसरे इलाके में भी बड़ी आसानी से ले जाया सकता है।
ये बस स्टैंड अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है। पूरा बनने पर इसे भोपाल नगर निगम को दे दिया जाएगा। अपनी तरह का ये पहला बस स्टैंड भोपाल के मशहूर बोर्ड ऑफिस स्क्वायर के पास स्थापित किया जाएगा।