संसद के मॉनसून सत्र में हंगामा प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और ये अब नेताओं की बयानबाजी का अखाड़ा ही बन गया है. जहा आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. एक तरफ विपक्ष पुरजोर तरीके से सत्तापक्ष को घेरने का प्रयास कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सत्तापक्ष की तरफ से भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया जा रहा है।
जिस बीच अब एक बार फिर से पुरी सियासत जाति पर केंद्रित हो गई। जहां बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्ष हंगामा करने लगा। साथ ही भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के द्वारा राहुल गांधी पर दिए बयान को लेकर मांफी मांगने की अपील की गई है।
दरअसल, मंगलवार को लोकसभा में अनुराग ठाकुर बजट पर भाषण दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने राहुल गांधी की जाति पूछ ली और कहा कि जिसकी जात का पता नहीं, वो गन्ने का दाम पूछता है। इसको लेकर राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित तमाम विपक्ष के सांसदों ने हल्ला करना शुरु कर दिया। हालांकि, स्पीकर के द्वारा इस मामले को उस वक्त शांत कर लिया गया लेकिन आज सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्ष के नेताओं ने संसद में बवाल काट दिया। अखिलेश यादव ने बोखलाते हुए ये सवाल किया कि आखिर आप जाति कैसे पूछ सकते हैं?
किरण रिजिजू ने विपक्ष पर साधा निशाना
लोकसभा में लगातार विपक्षी सांसदों के द्वारा किए जा रहे नारेबाजी को लेकर संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने विपक्षी सांसदों के द्वारा किए जा रहे बवाल पर पहले आपत्ति जताई और फिर कहा कि जो कांग्रेस और राहुल गांधी दिनभर लोगों की जाति पूछते रहते हैं, आज किसी ने उनकी जाति पूछ ली तो देखिए कैसे कर रहे हैं? रिजिजू ने आगे कहा कि कांग्रेस देश को कमजोर करना चाहती है. वो देश को तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस देश में अशांति और अराजकता फैलाना चाहती है।
लोकसभा में तख्ती लेकर पहुंचे विपक्षी सांसद
लोकसभा की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्षी सांसदों ने अनुराग ठाकुर से माफी मांगने की मांग करने लगे। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष लागातार नारेबाजी करते रहे। इसके साथ ही कई विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए और हाथ में जातीय जनगणना के समर्थन में पोस्टर लेकर वेल में पहुंच गए। हालांकि, इसके बाद स्पीकर ने कहा कि बीएससी की बैठक में पहले ही तय हो चुका है कि कोई भी सदस्य संसद में पोस्टर लेकर नहीं आएगा। इसके बाद संसद की कार्यवाही को कुछ देर के लिए रोक दिया गया।
इस मामले पर शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि ये लोग डरे हुए हैं, क्योंकि कुछ ही दिनों में ये विपक्ष में बैठने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि ये लोग जाति-धर्म की बात करने लगे हैं।