नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रविवार को अलग-अलग ट्रेनों के प्रस्थान में देरी से यात्रियों की भारी भीड़ हो गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि भीड़ प्रबंधन की योजना लागू की गई, जिससे स्टेशन पर ‘भगदड़ जैसी’ स्थिति नहीं बनी।
नई दिल्ली स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 12-13 में रविवार की रात अचानक भीड़ बढ़ने लगी. एफओबी और सीढि़यों के ऊपर जगह खत्म हो रही थी. यह देखकर यात्रियों में थोड़ा सा डर का माहौल बनने लगा, लेकिन रेलवे ने सतर्कता दिखाते हुए हालात को तुरंत काबू में किया और कुछ ही देर में सबकुछ सामान्य हो गया. रात में नई दिल्ली स्टेशन से चलने वाली कुछ ट्रेनें लेट हो गई. दिल्ली पुलिस के अनुसार इनमें प्रमुख रूप से शिवगंगा एक्प्रेस, स्वतंत्रता सेनानी, जम्मू राजधानी, लखनऊ मेल और मगध एक्सप्रेस शामिल रही.
ट्रेनें लेट होने से भीड़ प्लेटफार्म और एफओबी पर जुटने लगी. भीड़ बढ़ते देख यात्री परेशान होने लगे. और 15 फरवरी वाले हालात बनने लगे. कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारियों ने सतर्कता बरती और आरपीएफ और रेलवे के सीनियर अधिकारियों ने तत्काल मोर्चा संभाला. हालात को नियंत्रण में किया. इतना ही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुुए उत्तर रेलवे के जीएम भी स्टेशन पर पहुंच गए थे.
सीसीटीवी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही. अधिकारी सीसीटीसी की मदद से भीड़ को देख रहे थे और उसी के अनुसार आरपीएफ और कर्मियों को प्लेटफार्म और एफओबी, सर्कुलेटिंग एरिया में भेजा रहे थे. इस तरह कुछ ही देर में हालात काबू में आ गए और कोई हादसा नहीं हुआ. इस संबंध में उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमाशु शेखर के अनुसार वीकेंड में भीड़ अधिक होती है. इस वजह से स्टेशन पर यात्रियों की संख्या अधिक थी लेकिन भगदड़ जैसे हालात से उन्होंने इंकार किया.