Breaking News

जल्द ही तेलंगाना में भी SIR करा सकता है चुनाव आयोग     |   राष्ट्रपति ने 'वीबी-जी राम जी विधेयक, 2025' को मंज़ूरी दी     |   आगरा में बेसमेंट निर्माण के दौरान हादसा, 7 लोग मलबे में दबे     |   दक्षिण अफ्रीका: पब में गोलीबारी, 9 लोगों की मौत     |   पश्चिम बंगाल: TMC से निलंबित हुमायूं कबीर का ऐलान, नई पार्टी बनाकर 294 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव     |  

देश को 15 से 20 साल में 30,000 पायलट की होगी जरूरत

Delhi: नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को कहा कि भारत को अगले 15 से 20 साल में 30,000 पायलट की आवश्यकता होगी। इसकी वजह है कि घरेलू एयरलाइन कंपनियों ने अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए 1,700 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय विमानन उद्योग के लिए सामूहिक दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है।

 उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी 38 उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) के विभिन्न पहलुओं का सत्यापन कर रहे हैं और इन संगठनों की रेटिंग की जाएगी। मंत्री 200 प्रशिक्षक विमानों के ऑर्डर के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में यह भी कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों ने 1,700 से अधिक विमानों के ऑर्डर दिए हैं और वर्तमान में 800 से अधिक विमान हैं। 

नायडू ने कहा कि फिलहाल 6,000 से 7,000 पायलट काम कर रहे हैं और देश को अगले 15 से 20 साल में 30,000 पायलटों की आवश्यकता होगी। उन्होंने भारत को प्रशिक्षण केंद्र बनाने की भी वकालत की। भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से एक है। 

मंत्री के अनुसार, हवाई अड्डों को वर्गीकृत करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें कार्गो और उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) के लिए अलग हवाई अड्डे बनाये जाने की संभावना भी शामिल है।