राजधानी दिल्ली में अप्रैल के महीने में गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है. तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है और मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी है कि इस बार की गर्मी पिछली बार से ज्यादा तीव्र और खतरनाक हो सकती है. इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार अब हीट एक्शन प्लान को लेकर सक्रिय हो गई है. ऐसे में सोमवार को दोपहर 12 बजे दिल्ली सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता करेंगी और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री बैठक में मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्री और मंत्रीयों के अलावा बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के वरिष्ठ अधिकारी, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के अधिकारी दिल्ली सरकार के गृह, स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम और सामाजिक कल्याण विभागों के प्रमुख भी शामिल होंगे.
बैठक में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया जा सकता है कि राजधानी के सभी प्रमुख अस्पतालों में गर्मी से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए विशेष वार्ड बनाए जाएं. साथ ही ICU बेड्स, जरूरी दवाएं और ठंडे पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा जा सकता है. इसके साथ ही शिक्षा विभाग स्कूलों में पेयजल कूलर और वॉटर बॉटल स्टेशन लगाने पर विचार कर सकता है. अगर जरूरत पड़ी तो स्कूलों के संचालन के समय में बदलाव या अस्थायी तौर पर स्कूल बंद रखने का फैसला भी लिया जा सकता है.
इतना ही नहीं दिल्ली सरकार का श्रम विभाग भी निर्माण स्थलों और सड़क किनारे काम करने वाले श्रमिकों के लिए विशेष निर्देश जारी कर सकता है. इसमें विश्रामावकाश, छायादार विश्राम स्थल, और पेयजल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर होगा. दिल्ली सरकार का मानना है कि समय रहते ठोस कदम उठाकर गर्मी से होने वाले जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है. सोमवार की बैठक में हीट एक्शन प्लान को लेकर बड़ा फैसला संभव है.