भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने तिरंगे में लिपटे पति के ताबूत को गले लगाकर उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान सबकी आंखें नम थीं। 16 अप्रैल को विवाहित ये जोड़ा जम्मू कश्मीर के पहलगाम में अपने हनीमून ट्रिप पर था, जब आतंकवादियों ने उनकी पत्नी के सामने ही नौसेना अधिकारी की हत्या कर दी। गुरूग्राम की रहने वाली और पीएचडी कर रही हिमांशी ने कहा, "भगवान उनकी आत्मा को शांति दे...हमें हर तरह से उन पर गर्व होना चाहिए। और हम उन्हें हर तरह से गौरवान्वित करेंगे।"
बुधवार दोपहर नरवाल का पार्थिव शरीर कश्मीर से दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट लाया गया, जहां से उन्हें हरियाणा के उनके पैतृक निवास करनाल ले जाया गया। आईजीआई एयरपोर्ट पर अपने पति नरवाल को सलामी देते हुए हिमांशी ने कहा, "जय हिंद।" एयरपोर्ट पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नरवाल (26) को श्रद्धांजलि दी और पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी पत्नी को सांत्वना दी।
बुधवार सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने नरवाल के दादा हवा सिंह को वीडियो कॉल किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमले के दोषियों को कड़ी सजा देने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की मांग की। उन्होंने सीएम सैनी से बात करते हुए कहा, "आज मैंने अपना पोता खो दिया है, कल कोई और हो सकता है।"
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित वीडियो में हिमांशी कहती सुनाई दे रही हैं, "मैं भेल पूरी खा रही थी और मेरे पति भी यहीं थे। एक व्यक्ति आया और उसने पूछा कि क्या वो मुस्लिम है और जब उन्होंने इनकार किया, तो उस व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी।"
नरवाल के सहकर्मी उन्हें एक खुशमिजाज और समर्पित अधिकारी के रूप में याद करते हैं। एक नौसेना अधिकारी ने याद करते हुए कहा, "लेफ्टिनेंट नरवाल हमेशा खुशमिजाज और अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह समर्पित रहते थे।" अधिकारियों ने बताया कि 2022 में नौसेना में शामिल होने के बाद नरवाल पिछले डेढ़ साल से कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान में सेवा दे रहे थे।
नौसेना प्रवक्ता ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और भारतीय नौसेना के सभी कर्मी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की दुखद मौत से स्तब्ध और बहुत दुखी हैं, जो पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले का शिकार हो गए।"
पोस्ट में कहा गया, "हम इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। भारतीय नौसेना हिंसा के इस जघन्य कृत्य में अपनी जान गंवाने वाले अन्य सभी लोगों के साथ भी पूरी एकजुटता के साथ खड़ी है।"
नरवाल की पड़ोसी सीमा ने याद किया कि शादी के दौरान उनके घर पर भव्य समारोह हुआ था और न केवल नरवाल परिवार, बल्कि पूरा मोहल्ला शादी के बाद जश्न मना रहा था। उन्होंने कहा, "वे स्विट्जरलैंड में हनीमून मनाने की योजना बना रहे थे, लेकिन छुट्टी के कारण उन्होंने कश्मीर जाने का फैसला किया...हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि उनका परिवार किस दौर से गुजर रहा होगा।"
करनाल के निवासियों और नरवाल के कई पड़ोसियों में गुस्सा था, जो उनके घर पर जमा हुए और मांग की कि केंद्र सरकार पाकिस्तान को "आतंकवाद को बढ़ावा देने और मदद करने" के लिए मुंहतोड़ जवाब दे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर "कायरतापूर्ण" हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
सैनी ने गुरुग्राम में संवाददाताओं से कहा, "हम पर्यटकों पर कायरतापूर्ण और योजनाबद्ध हमले की कड़ी निंदा करते हैं...जिन लोगों ने ये कृत्य किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए केंद्र सरकार का संकल्प दृढ़ है। नरवाल के पिता राजेश कुमार सरकारी कर्मचारी हैं, माता आशा देवी गृहिणी हैं और छोटी बहन सृष्टि पढ़ाई कर रही है।