मेरठ के लिसाड़ी गेट थाने में 3 पुलिसवालों ने मिलकर वसूली का बड़ा खेल खेला। तीनों ने सोना तस्करी के मामले में 6 लाख रुपए वसूले। इतना ही नहीं युवक को प्राइवेट रूम में रखकर टॉर्चर किया। जमकर पिटाई कर दी।
इस पूरे मामले में एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। लेकिन मेरठ पुलिस के इस कारनामे ने पूरे सिस्टम पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए। जोन में लगातार ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस की वर्दी पर लग रहे भ्रष्टाचार के दाग से सीनियर अफसर भी परेशान हैं।
Network10 से बातचीत करते हुए एडीजी जोन ध्रुवकांत ठाकुर ने कहा ये वर्दी बड़ी मुश्किल से मिली है इस नौकरी की इज्जत करिए। जो पुलिसवाला रिश्वत मांगे तो हमें जरूर बताएं। एडीजी जोन ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि ये हमारे लिए गंभीर समस्या है कुछ ऐसे मामले मेरठ में और पूरे जोन में आए हैं। जिसमें पुलिसवाले रक्षक नहीं भक्षक की भूमिका में मिले हैं। ये काफी गंभीर समस्या है। पुलिसवाले खुद करप्शन एक्सटॉर्शन में शामिल पाए गए हैं।
इस मामले में सख्त एक्शन लिया जा रहा है। इन मामलों में विभागीय कार्यवाही करके कठोर दंडात्मक कार्रवाई करवाएंगे, जांच कराकर मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। सख्त एक्शन लिया जा रहा है। ऐसे पुलिसवालों को सस्पेंड भी कराया जा रहा है।
मैं कहना चाहूंगा कि आम जनता के साथ अगर कोई भी पुलिसवाले द्वारा करप्शन, एक्सटॉर्शन की घटना होती है। तत्काल अपने जिले के एसपी, एसएसपी को बताएं, मुझे बताएं हम तत्काल एक्शन लेंगे। मैं पुलिसवालों से भी कहना चाहूंगा कि ये आपके करियर का सवाल है। इतनी मुश्किल से आप लोग इस जॉब में आ रहे हैं, सर्विस में आने के बाद इस तरह का क्राइम, करप्शन करना गलत है। आप स्वयं तो अपने लिए गलत करते हैं अपने परिवार, समाज, करियर और पुलिस की वर्दी सभी को खराब करते हैं सभी पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है इसको जरूर सोचें और ऐसे काम न करें।