Breaking News

जल्द ही तेलंगाना में भी SIR करा सकता है चुनाव आयोग     |   राष्ट्रपति ने 'वीबी-जी राम जी विधेयक, 2025' को मंज़ूरी दी     |   आगरा में बेसमेंट निर्माण के दौरान हादसा, 7 लोग मलबे में दबे     |   दक्षिण अफ्रीका: पब में गोलीबारी, 9 लोगों की मौत     |   पश्चिम बंगाल: TMC से निलंबित हुमायूं कबीर का ऐलान, नई पार्टी बनाकर 294 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव     |  

ISI एजेंट सतेंद्र सिवाल को न्यायिक हिरासत में भेजा, एडिशन सेशन्स कोर्ट में हुई थी पेशी

Uttar Pradesh: लखनऊ की एक अदालत ने सोमवार को मॉस्को में भारतीय दूतावास में कार्यरत आरोपित सतेंद्र सिवाल को सात फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। यूपी एटीएस ने मॉस्को में भारतीय दूतावास में कार्यरत सतेंद्र सिवाल को रविवार को गिरफ्तार किया था। आरोपित सतेंद्र सिवाल पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और उन्हें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की गोपनीय जानकारी देने का आरोप है। 

आरोपित सिवाल को सोमवार को जस्टिस वी. एस. त्रिपाठी के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने सोमवार को आरोपित सतेंद्र सिवाल को सात फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। लखनऊ में सतेंद्र सिवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 121 ए (देश के खिलाफ आपराधिक साजिश) और शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत केस दर्ज किया गया है। 

पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की ओर से रविवार को जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में भारतीय दूतावास मास्को (रूस) में नियुक्त कर्मचारी सतें‍द्र सिवाल को गिरफ्तार किया गया है। हापुड़ जिले के देहात थाना क्षेत्र के गांव शाह महीउद्दीनपुर का निवासी सतेंद्र सिवाल विदेश मंत्रालय में कार्यरत है और वर्तमान में रूस के मॉस्को में भारतीय दूतावास में तैनात है।

एटीएस को अलग-अलग गोपनीय स्रोतों से खुफिया जानकारी मिल रही थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलर कुछ लोगों के जरिए भारतीय सेना से संबंधित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों को पैसे का लालच दे रहे हैं, जिससे भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को बड़ा खतरा होने की आशंका है। 

एटीएस ने जांच में पाया कि सतें‍द्र सिवाल आईएसआई के नेटवर्क के साथ भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल था और रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की रणनीतिक गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण गोपनीय जानकारी दे रहा था।