संभल दंगे को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा ने बड़ा खुलासा किया है। 46 साल पहले संभल दंगे के दौरान महा पाप हुआ था। संभल के सांसद शफीक उर रहमान वर्क के इशारे पर हिंदू बाजार में आग लगा दी गई थी। हिंदुओं का नरसंहार किया गया था। करीब 1200 से ज्यादा लोग इस दंगे में मारे गए। जिसके लिए अखिल भारत हिंदू महासभा ने एक रिपोर्ट भी तैयार की थी। 23 पन्नों की इस रिपोर्ट में 35 लोगों को देंगे का दोषी करार दिया गया था। लेकिन तत्कालीन सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन अब जब उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का शासन है तब अखिल भारत हिंदू महासभा ने एक बार फिर दंगे की आग में झुलसे लोगों के लिए इंसाफ की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार दंगे के आरोपियों पर कार्रवाई करो।
Network10 न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक शर्मा की माने तो उन्होंने संभल का 40 साल पहले वाला दंगा अपनी आंख से देखा है। उन्होंने बताया कि हिंदू महासभा की एक डेलिगेशन दंगे के बाद गया था। जहां उन्होंने देंगे से जुड़े सबूत इकट्ठा किया और उसे पर एक रिपोर्ट भी तैयार की। 23 पन्नों की इस रिपोर्ट में दंगे को लेकर कई तहत उजागर किए गए। लेकिन तत्कालीन सरकार ने ना तो आरोपियों पर ही कार्रवाई की ना हीं हिंदू महासभा की इस रिपोर्ट को वोट बैंक बचाने के चक्कर में तरजीह दी।
जबकि उसे समय की मीडिया ने हिंदू में सभा की रिपोर्ट पर कई लेख छपे। लेकिन अब उत्तर प्रदेश में योगीराज है। ऐसे में उन्होंने दावा किया कि संभल में 300 से ज्यादा हिंदू मंदिर और तालाब दफन कर दिए गए हैं। जिन्हें निकलना होगा और योगी सरकार से गुहार लगाई है कि तत्कालीन दंगे के आरोपियों पर कार्रवाई की जाए।