सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में बेंगलुरू पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने केस में नामजद दूसरे आरोपितों में निकित सिंघानिया की की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से हिरासत में लिया है। गिरफ्तार सभी आरोपितों के खिलाफ अतुल सुभाष को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है।
तीनों आरोपितों को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया और बेंगलुरू लाया गया, जहां उन्हें स्थानीय कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अतुल सुभाष के पिता और भाई ने गिरफ्तारी के लिए बेंगलुरू पुलिस को धन्यवाद दिया है लेकिन साथ में ये भी कहा कि वे इंसाफ मिलने तक अतुल की अस्थियों को गंगा में विसर्जित नहीं करेंगे।
अतुल के भाई विकास कुमार ने कहा कि परिवार की सबसे बड़ी चिंता अतुल के चार साल के बेटे को ढूंढना है। मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने रविवार को कहा कि इसने देश में पुरुषों के अधिकारों के बारे में बहस छेड़ दी है।
34 साल के अतुल सुभाष ने नौ दिसंबर को बेंगलुरू के घर में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक लंबा वीडियो और 24 पन्नों का नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ 'झूठे' मामले दर्ज कराकर उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था।