डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले गिरोह के जालसाजों को बैंक खाते मुहैया कराने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया,आरोपी की पहचान कानपुर नगर निवासी 44 वर्षीय दिलीप कुमार के रूप में हुई, गिरफ्त में आए आरोपी के अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है, बीते दिनों एक व्यक्ति के साथ हुई ठगी में दिलीप के बैंक खातों का इस्तेमाल हुआ था, जब वह किसी काम से नोएडा आया तो मुखबिर से मिली सूचना पर उसे दबोच लिया गया।
एडिशनल डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि एक व्यक्ति ने 11 जून को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी थी कि मुंबई एनसीबी का अधिकारी बताकर एक व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर कॉल की और विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स समेत अन्य सामान होने की जानकारी दी, कथित अधिकारियों ने उसको धनशोधन केस में जेल जाने का डर दिखाया, ठगों ने पीड़ित को स्काइप कॉल के जरिये डिजिटल अरेस्ट किया और जांच के नाम पर कई बार में 20 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए, ठगी में इस्तेमाल खातों की जब जांच की गई तो पता चला कि कानपुर नगर के दिलीप के खाते में ठगी की रकम गई, इसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई।
आरोपी दिलीप द्वारा अपराध में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों के विरुद्ध एनसीआरबी पोर्टल पर कई राज्यों और थानों में शिकायत दर्ज है, उसके खाते को फ्रीज भी करा दिया गया है, दिलीप के अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।