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PFC ने असम में ग्रीन एनर्जी परियोजना को दी नई रफ्तार

नई दिल्ली: पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC), जो कि महा-रत्न पीएसयू और भारतीय विद्युत क्षेत्र की अग्रणी एनबीएफसी है, ने जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (JBIC) के साथ 60 अरब येन (JPY) का ऐतिहासिक ऋण समझौता किया है। यह समझौता न केवल भारत और जापान के आर्थिक संबंधों को और मजबूत करता है बल्कि सतत विकास के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह वित्तपोषण जेबीआईसी की “GREEN (Global action for Reconciling Economic growth and ENvironmental preservation)” पहल के तहत किया गया है, जिसमें सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) और अन्य जापानी बैंकों ने सह-वित्तपोषण सहयोग दिया है।

यह समझौता 29 अगस्त 2025 को टोक्यो स्थित जेबीआईसी मुख्यालय में हुआ। इस अवसर पर पीएफसी की सीएमडी परमिंदर चोपड़ा और जेबीआईसी के गवर्नर नोबुमित्सु हयाशी ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पीएफसी के निदेशक (वित्त) संदीप कुमार, कार्यकारी निदेशक (वित्त) जसनीत गुराम, जेबीआईसी के सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर काजुनोरी ओगावा, निदेशक जनरल हीरोयुकी सुजुकी तथा डिप्टी डायरेक्टर जनरल अत्सुकी शिबुया भी उपस्थित रहे। साथ ही, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन के साथ एक अतिरिक्त समझौता भी किया गया, जिसमें एसएमबीसी के मैनेजिंग एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं हेड ऑफ इंडिया डिविजन राजीव कन्नन मौजूद थे।

इस ऋण से असम बायो एथेनॉल प्रा. लि. की दूसरी पीढ़ी की बायो-एथेनॉल और केमिकल्स परियोजना को समर्थन मिलेगा। यह परियोजना बांस को कच्चे माल के रूप में उपयोग कर बनाई जाएगी, जो स्वच्छ ऊर्जा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

पीएफसी अपनी नवीन वित्तीय रणनीतियों, उद्योग सहयोग और सशक्त भागीदारी के माध्यम से भारत के विद्युत और संबद्ध अवसंरचना के विकास को गति देने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस परियोजना में उसकी भागीदारी देश के ऊर्जा संक्रमण को आगे बढ़ाने की उसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।