कर्नाटक के मंगलुरू में हर साल अग्नि केली महोत्सव मनाया जाता है। कतील दुर्गा परमेश्वरी मंदिर के पास मनाए जाने वाले इस उत्सव में दो गांवों के लोग जलते हुए ताड़ के पत्तों का इस्तेमाल करके नाटकीय लड़ाई लड़ते हैं। अग्नि महोत्सव देवताओं के बीच युद्ध का प्रतीक माना जाता है। श्रद्धालु दावा करते हैं कि नाटकीय लड़ाई के दौरान किसी को चोट न लगे, इसका ध्यान देवी कतील रखती हैं।
आग का खेल तकरीबन 15 मिनट तक चलता है। इसके बाद दोनों ग्रुप के लोग मंदिर में पूजा करने जाते हैं। अग्नि केली को देखने के लिए हजारों लोग पहुंचते हैं। लोगों का मानना है कि ये कार्यक्रम धार्मिक होने के साथ साथ सांस्कृतिक भी है।