इस्लामाबाद, 30 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार ने मंगलवार को कहा कि गाजा में हिंसा समाप्त करने के लिए हाल में घोषित शांति प्रस्ताव के तहत वहां मुस्लिम राष्ट्रों की शांति सेना के हिस्से के रूप में सैनिकों की तैनाती पर पाकिस्तान का शीर्ष नेतृत्व फैसला करेगा।
डार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जहां उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित शांति योजना के तहत गाजा में सेना भेजेगा।
उन्होंने गाजा में युद्ध विराम और पूर्ण शांति लाने के प्रयासों के बारे में बात की, जिसमें पिछले सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के साथ आठ मुस्लिम देशों के नेताओं की तैयारी बैठक भी शामिल थी।
उन्होंने कहा, 'विचार यह है कि वहां स्वतंत्र फलस्तीनी सरकार हो। इसकी देखरेख एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी निकाय करेगा, जिसमें भी अधिकतर फलस्तीनी ही होंगे...’’
उन्होंने कहा, ‘‘जमीनी स्तर पर फलस्तीनी कानून प्रवर्तन एजेंसियां मौजूद रहेंगी...उनका समर्थन करने के लिए अलग से बल मौजूद रहेंगे। इंडोनेशिया ने इसके लिए 20,000 सैनिकों की पेशकश की है। मुझे यकीन है कि पाकिस्तान का नेतृत्व भी इस पर कोई न कोई फैसला जरूर लेगा।’’
ट्रंप के साथ बैठक का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य गाजा में युद्ध विराम के लिए प्रयास करना, मानवीय सहायता भेजने की व्यवस्था करना, फलस्तीनियों के जबरन विस्थापन को रोकना और विस्थापित गाजावासियों की वापसी की व्यवस्था करना है।
भाषा आशीष संतोष
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