रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पढ़ने वाले आपदा ग्रस्त गांव चुकुम में ग्रामीण बाघ की दस्तक से डर के साये में जीने को मजबूर है. बाघ लगातार ग्रामीणों के मवेशियों को निवाला बना रहा है। कॉर्बेट पार्क से लगते रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले आपदा ग्रस्त गांव में ग्रमीण दोहरी मार से परेशान है. एक तरफ पिछले दिनों आई बारिश से कई किसानों के मकान के साथ ही जमीनें भी बह गई थी तो वहीं अब ग्रामीण दोहरी परेशानी से जूझ रहे है.
मोहान क्षेत्र के चुकुम गांव में बाघ की दहशत से ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर हैं. बाघ लगातार ग्रामीणों के पालतू मवेशियों को निवाला बन रहा है। ग्रामीण लक्ष्मण सिंह रावत ने बताया कि पिछले दो महीनों में बाघ 4 से ज्यादा मवेशियों का शिकार कर चुका है. बाघ की उपस्थिति लगातार इस क्षेत्र में दिखाई दे रही है जिससे ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर है।
रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया कि सुरक्षा के मध्यनजर हमारे वनकर्मियों द्वारा उस क्षेत्र में गस्त के साथ ही लगातार नजर रखी जा रही है. अगर उस क्षेत्र में बाघ की लगातार मूवमेंट देखी जाती है तो चीफ वाइल्ड वार्डन की अनुमति लेकर पिंजरा लगाने की कार्रवाई की जाएगी।