एशिया के बहुप्रसिद्ध गोबिंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पंतनगर जनपद ऊधम सिंह नगर स्थित चार दिवसीय 116 वें अखिल भारतीय किसान मेले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फीता काटकर शुभारंभ किया। साथ ही मेले में लगे स्टॉलों का भी मुख्यमंत्री अवलोकन किया। बाद में उन्होंने सभागार में आयोजित उपस्थित लोगों को संबोधित किया। साथ सीएम धामी ने इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। यह मेला आज 04 से 07 अक्टूबर तक चार दिन तक चलेगा तथा इस मेले में देशभर से किसान आकर प्रतिभाग कर रहे है।
चार दिवसीय 116 वें अखिल भारतीय किसान मेले के शुभारंभ अवसर पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंतनगर यूनिवर्सिटी देश की नहीं बल्कि पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय है और इस यूनिवर्सिटी से पढ़ने वाले आज देश दुनिया के अंदर मिलते है, किसानों की उन्नति में यह यूनिवर्सिटी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है तथा इस तरह के किसान मेला आयोजित कर किसानों को नवीनतम टेक्नोलॉजी, उन्नत किस्म के बीज, फलों, सब्जियों के बारे में जानकारी मिलती है। नवीनतम टेक्नोलॉजी मिलती है नए नए शोध के बारे मे भी जानकारी मिलती है।
इस मेले में उन्नत प्रकार की जानकारी दी जा रही है यह काफी सरहनीय है। आज पंतनगर यूनिवर्सिटी 50 वें पायदान ऊपर आ गया है जो काफी गर्व की बात है। किसानों को प्रेरित करने में काफी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के लिए अनेक प्रकार की योजनाओं को चलाया जा रहा है। अधिकतम फसलों पर प्रधानमंत्री के द्वारा अधिकतम एमएसपी दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने तीसरी बार शपथ लेने के बाद अगर सबसे पहले कोई साइन किया है तो वह किसानों के लिए किसान सम्मन निधि की फाइल साइन की है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार किसानों को उन्नत बनाने के लिए काफी कार्य कर रही है। अब किसानों को नहर से फसलों की सिंचाई होने पर कोई शुल्क नही लगेंगे। पॉलीहाउस को धरातल पर उतारने के लिए तैयारी कर रहे है। जिससे लोगों को ताजे फलों, सब्जियां, फूल मिल पाएंगी तथा दो केंद्र बनाकर किसानों को दी जाएगी।
कुमाऊं व गढ़वाल में भी बनाने का विचार चल रहा है। फलों के उत्पादन बढ़ाने पर सरकार काम कर रही है जिसके परिणाम काफी सकारात्मक आ रहे है। सेब उत्पादन में काफी तेजी की जा रही है। इसके साथ ही प्रदेश में कीवी के बगीचे है जिनमे काफी उत्पादन मिल रहा है। किसान प्राथमिता में है।