Uttarakhand: हाल ही में उत्तराखंड के नैनीताल में प्रदूषण काफी बढ़ा है। इस वजह से वहां प्राकृतिक खूबसूरती दिखनी कम हो गई है, जिनके लिए नैनीताल दुनिया भर में मशहूर रहा है। ये जानकारी पर्यावरण के जानकारों ने दी। यहां रहने वाले भी इस बात की तस्दीक की। वे बताते हैं कि प्रदूषण की वजह से बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियां दिखने का समय पहले के मुकाबले कम हुआ है। बताया गया कि ये गाड़ियों की बढ़ती संख्या और बड़े पैमाने पर होने वाले निर्माण का नतीजा है।
कई लोगों ने सरकार से अपील की है कि हालात बेकाबू हों, उससे पहले नए निर्माण पर फौरन प्रतिबंध लगाए। कुछ लोगों का कहना है कि निर्माण पर रोक के अलावा गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण भी तत्काल कम करना जरूरी है। आंकड़ों के मुताबिक दो दशकों में यहां का वायु प्रदूषण कई गुना बढ़ा है। नेनीताल में 2006 से ग्रीनहाउस गैसों पर नजर रखी जा रही है। पर्यावरण के जानकार बताते हैं कि तब से प्रदूषण काफी बढ़ा है।
जानकारों ने चेतावनी दी है कि अगर निर्माण काम पर रोक नहीं लगा और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण पर फौरन लगाम नहीं कसा तो नैनीताल की नाजुक पारिस्थितिकी को स्थायी नुकसान हो सकता है।