Uttarakhand: ब्रिटिश काल में ये जगह घोड़ों का अस्तबल हुआ करती थी। हालांकि अब यहां की तस्वीर बदली-बदली दिखेगी। ये जगह अब लोगों को सीखने और जानकारी हासिल करने की दुनिया में ले जाएगी। माना जाता है कि उत्तराखंड के रामनगर वन प्रभाग के तहत आने वाले पर्यटन क्षेत्र सीतावनी में पौराणिक इतिहास हर तरफ बिखरा हुआ है।
वन विभाग इस जगह पर एक 'इंटरप्रिटेशन सेंटर' बना रहा है। प्रभागीय वन अधिकारी बताते हैं कि इस पहल से इलाके का समृद्ध पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व दुनिया के सामने आ सकेगा। मान्यता है कि भगवान राम की पत्नी माता सीता ने वनवास के दौरान कुछ वक्त यहां बिताया था इसीलिए इसे सीतावनी कहा जाता है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि नया सेंटर इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा।
वन विभाग को उम्मीद है कि इस पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और इलाके के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।