मौसम विभाग ने गुजरात के सौराष्ट्र में बेमौसम बारिश का अनुमान लगाया है। इससे वहां के आम किसानों में दहशत है। सौराष्ट्र में होने वाले खास किस्म के आम देश दुनिया में मशहूर हैं।
इस साल किसान तय समय से पहले अपनी उपज तोड़ने पर मजबूर हैं। इससे बाजार में कच्चे आम की बाढ़ आ गई है। नतीजा ये है कि आम की कीमत गिर गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
पहले ही आम के पेड़ों पर 50 फीसदी से कम बौर लगे थे। यानी आम किसानों को पहले ही एक झटका लग चुका था। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र में अगले कुछ दिनों में बारिश का अनुमान लगाया है।
यहां अमूमन सालाना तीन लाख मीट्रिक टन से ज्यादा 'केसर' आम होते थे। इस साल सिर्फ दो लाख मीट्रिक टन आम की फसल होने का अनुमान है।