Jammu Kashmir: जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित प्रमुख सड़कों को बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन होने और मलबा आ जाने के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है, जिससे कश्मीर घाटी का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है। राजमार्गों और अन्य अंतर-क्षेत्रीय सड़कों के 26 अगस्त से बंद होने के कारण कठुआ से कश्मीर तक विभिन्न स्थानों पर 3,500 से अधिक वाहन फंस गए हैं।
कुछ फंसे हुए वाहनों की आवाजाही के लिए सोमवार को राजमार्ग को आंशिक रूप से खोल दिया गया था। एक यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग, मुगल रोड और सिंथन रोड कई स्थानों पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं।’’
इसके अलावा, भूस्खलन और सड़कों के कुछ हिस्सों के बह जाने के कारण जम्मू-राजौरी-पुंछ राजमार्ग और बटोटे-डोडा-किश्तवाड़ राजमार्ग सहित महत्वपूर्ण राजमार्ग यातायात के लिए बंद हैं। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग, मुगल रोड, सिंथन-अनंतनाग रोड, जम्मू-पुंछ राजमार्ग और बटोटे-डोडा-किश्तवाड़ राजमार्ग बंद होने से कश्मीर घाटी से सभी तरह का सतही संपर्क टूट गया है।
यातायात पुलिस के परामर्श में कहा गया है, ‘‘कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण जम्मू-श्रीनगर मार्ग उधमपुर के जखनी से श्रीनगर की ओर और श्रीनगर से उधमपुर की ओर वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। नगरोटा (जम्मू) से रियासी, चेनानी, पटनीटॉप, डोडा, रामबन, बनिहाल, श्रीनगर की ओर वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।’’
इसमें कहा गया है कि कटरा और उधमपुर शहर के यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी पहचान साबित करने के लिए अपने फोटो पहचान पत्र साथ रखें ताकि उनकी आवाजाही सुचारू रूप से हो सके। उन्होंने बताया कि उधमपुर-रामबन-बनिहाल खंड में प्रभावित स्थानों पर युद्धस्तर पर मरम्मत का काम चल रहा है।
देश के बाकी हिस्सों से कश्मीर का संपर्क फिलहाल पूरी तरह हवाई यात्रा पर निर्भर है, जहां श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ानें संचालित होती हैं, और कटरा से श्रीनगर तक रेल नेटवर्क भी है। यह क्षेत्र सड़क परिवहन, खासकर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्भर है, जो आवश्यक आपूर्ति, यात्री आवाजाही और व्यापार के लिए मुख्य जीवनरेखा का काम करता है। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा कठुआ, राजौरी, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और रियासी में कई अंतर-जिला सड़कें भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण बंद हैं।