Kerala: केरल के स्कूलों में बेहद शानदार काम हो रहा है, यहां कक्षाओं में किसी भी बैकबेंचर को नहीं बैठाया जा रहा है। कोल्लम जिले के रामविलासम वोकेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थी एक पंक्ति में दीवारों के सहारे बेंच लगाकर अर्धवृत्ताकार रूप में बैठते हैं।
स्कूलों के ये विचार हाल ही में आई मलयालम फिल्म 'स्थानार्थी श्रीकुट्टन' से आया। पंजाब में एक मिशनरी स्कूल सहित आठ स्कूलों ने पहले ही कक्षा में छात्रों के बैठाने की इस बैठक व्यवस्था को अपना चुके हैं। कोल्लम के रामविलासम वोकेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल राज्य मंत्री के. बी. गणेश कुमार के परिवार द्वारा चलाया जाता है। उन्होंने स्कूल की प्राथमिक कक्षाओं में बेंच व्यवस्था लागू करने का विचार किया था।
शिक्षकों और छात्रों, दोनों ने इस पहल का स्वागत किया है। शिक्षकों का कहना है कि इससे उन्हें सभी छात्रों पर समान ध्यान देने का मौका मिलता है, वहीं छात्रों को लगता है कि वे शिक्षकों के साथ बेहतर संवाद कर पा रहे हैं। बैकबेंचर्स की अवधारणा से बचकर ये कोशिश सभी छात्रों को आगे लाती है और ये तय करती है कि वे अपनी पढ़ाई मन लगाकर करें।
कक्षा में छात्रों को बैठाने का ये तरीका फिनलैंड और नॉर्वे सहित कुछ पश्चिमी देशों में भी लोकप्रिय है, क्योंकि ये स्कूलों में छात्र और शिक्षक के बीच बेहतर तालमेल बैठाने में मदद करता है।