Kerala: केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कई नदियों में पानी खतरनाक स्तर तक बढ़ गया, जिसके कारण निचले इलाकों और नदी के किनारों पर रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। राज्य के पलक्कड़ और पथानामथिट्टा जिलों में कुछ बांधों के शटर भी पानी छोड़ने के लिए दिन में खोले गए।
बारिश जारी रहने के कारण मौसम विभाग ने राज्य के सात जिलों - पथानामथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, मलप्पुरम और वायनाड में आज के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर तक की भारी बारिश।
मौसम विभाग ने ये भी कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ और उससे सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है और दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण है। इसके परिणामस्वरूप, आने वाले दिनों में राज्य में बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
इस बीच भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने कहा कि शनिवार और रविवार को केरल तट पर दो से तीन मीटर ऊंची लहरें उठने की संभावना है और मछुआरों और तटीय निवासियों से सतर्क रहने और इस दौरान छोटी नावों, नौकाओं या मछली पकड़ने वाले जहाजों को लॉन्च करने से बचने का आग्रह किया।
पिछले कुछ दिनों में राज्य में हुई बारिश ने विभिन्न नदियों में जल स्तर बढ़ा दिया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और सैकड़ों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए। इसके कारण पिछले कुछ दिनों में राज्य में वायनाड जिले के बाणासुर सागर और पथानामथिट्टा जिले के मूझियार जैसे कुछ बांधों के शटर भी खोलने पड़े।