जिन राज्यों से चारधाम यात्रा के लिए सबसे ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आते हैं, उन्हें ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि गैर-पंजीकृत किसी भी व्यक्ति को उत्तराखंड की यात्रा करने की अनुमति न दी जाए, जहां भीड़भाड़ के कारण कई समस्याएं पैदा हुई हैं।
ये मैसेज केंद्रीय गृह सचिव ने भेजा है, जिन्होंने यात्रा मार्ग पर भीड़-भाड़ कम करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए बैठक की थी।
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें ये देखने के लिए विचार कर रही हैं कि राज्य में श्रद्धालुओं का संख्या नियंत्रित रहे।
श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण प्रशासन को पिछले हफ्ते 19 मई तक ऑफ़लाइन पंजीकरण पर रोक लगाने की घोषणा करनी पड़ी, जिसे अब 31 मई तक बढ़ा दिया गया है।
10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो गई। बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खुले।