New Delhi: चुनाव आयोग ने एसआईआर से पहले, मंगलवार को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में बिहार में मतदाताओं की कुल संख्या 7.42 करोड़ रह गई है जो पहले 7.89 करोड़ थी
हालांकि, अंतिम आंकड़ा 1 अगस्त को जारी मसौदा सूची में दर्ज 7.24 करोड़ से अधिक मतदाताओं का है जिसमें मृत्यु, प्रवास और मतदाताओं के दोहराव सहित विभिन्न कारणों से 65 लाख मतदाताओं के नाम मूल सूची से हटा दिए गए थे।
चुनाव आयोग ने कहा कि संभावित मतदाताओं की ओर से प्रस्तुत दस्तावेजों और राजनीतिक दलों व व्यक्तियों की ओर से दर्ज की गई आपत्तियों के एक महीने तक चले मूल्यांकन के बाद, मसौदा सूची से 3.66 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए, जबकि 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूरक सूचियां प्रकाशित होने के बाद अंतिम आंकड़ा थोड़ा बदल सकता है। चुनाव आयोग की इस कार्रवाई का विपक्ष ने तीखा विरोध किया है। उसने चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ एनडीए के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है, जिसे उसने सिरे से खारिज कर दिया है।