सर्दियां शुरू हो गई है और लगातार अब लोग हाथ मुंह धोने और नहाने के लिए गीजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। वही रात को ठंड से बचाव करने के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल किया जाता है। इन दिनों इलेक्ट्रिक गीजर के साथ-साथ अब एलपीजी गीजर का भी चलन बढ़ गया है और ऐसे में लगातार गीजर से होने वाले हादसे भी सामने आ रहे हैं, वही कुछ रूम हीटर से भी हादसे सामने आते है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां नहाते समय कोई बेहोश हो जाता है और कई ऐसे मामले भी आए हैं जहां जान तक चली गई है। वही ऐसे भी मामले सामने आए है जहां पर ठंड से बचने के लिए रात को कमरे में चलते हैं और सुबह को कमरे में लोगो बेहोश मिलते हैं या मौत हो जाती है।
जहां हमने इस पर मेरठ में गीजर, रूम हीटर बेचने, रिपेयर और सर्विस करने वाले एक्सपट्र्स लोगों से बात की की आखिर इन हादसों से कैसे बचा जा सकता है और एलपीजी गीजर और इलेक्ट्रिक गीजर को किस तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए और क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
सबसे पहले हमने बात की मेरठ के रहने वाले हारून से जो की गीजर, रूम हीटर बेचते हैं रिपेयर करते हैं और सर्विस देते हैं उन्होंने बताया कि सर्दियों के मौसम में गैस गीजर, इलेक्ट्रिक ब्लोअर और हिट कन्वेक्टर, आमर्शन रोड की डिमांड बढ़ जाती है। सबसे पहले गैस गीजर की बात करते हैं गैस गीजर में हमेशा वेंटिलेशन होना चाहिए अगर वह नहीं है तो आप इसको बाथरूम से बाहर लगाइए। इसमें फ्लेम जलता है जैसे हम गैस के चूल्हे पर खाना बनाते हैं खाना ही गर्म करता है ऐसे ही इसमें गैस निकलती है और पानी गर्म होता है। इसके लिए ISI होना जरूरी है। इलेक्ट्रिक गीजर में भी यही होना चाहिए 15 अंपायर के प्लग होना चाहिए, पावर पॉइंट होना चाहिए, जिसमें हम ऑर्डिनरी घर का काम करते हैं उन प्लग प्वाइंट में कभी भी इनको नहीं लगना चाहिए। इलेक्ट्रिक गीजर लोड लेता है, उसकी सर्विस टाइम पर होती रहे और हमेशा कंपनी के ही यह प्रोडक्ट लेने चाहिए। बहुत अच्छे-अच्छे प्रोडक्ट इस टाइम मार्केट में आते हैं जिसमें दुर्घटना के कम चांस कम होते हैं।
रूम हीटर की बात करें तो रूम हीटर हमेशा थोड़ी दूरी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए दूसरा कभी भी रूम हीटर को किसी लकड़ी के स्टूल या ऐसी चीज पर ना रखें जो लकड़ी से बनी हो, क्योंकि उसमें आग लगने का खतरा ज्यादा होता है। हमेशा बच्चों की पहुंच से रूम मीटर दूर होना चाहिए और 15 एंपियर का ही प्लग प्वाइंट पावर पॉइंट बनवाना चाहिए उसके लिए। कोशिश करें कि जिस समय सो रहे हैं उस समय हीटर को बंद कर दिया जाए और रूम में हमेशा हवा आने जाने की व्यवस्था रहनी चाहिए। हमें भी यह जानकारी मिली है हमारे डीलरों ने बताया है कि किसी चीज में जब हीटर चले तो पानी रख दिया जाए। ताकि ऑक्सीजन लेवल पूरा बना रहे।
गैस गीजर में हमेशा पाइप अच्छे क्वालिटी के लगाए जाने चाहिए हमेशा जो घरेलू सिलेंडर होता है उस पर ही उसको इस्तेमाल करना चाहिए ना कि जो अवैध तरीके से 5 किलो के सिलेंडर बनते हैं उन पर नहीं लगना चाहिए। गैस गीजर में जो इसको ऑन करने के लिए सेल लगते हैं उसका बहुत बड़ा रोल है सेल हमेशा अच्छी क्वालिटी के ही लगनी चाहिए और हर साल सेल बदलने चाहिए बल्कि अगर हो सके तो साल में दो बार इनको बदल दे। जैसे हम AC की गाड़ी की सर्विस करते हैं ऐसे ही इसकी भी सर्विस साल में 6 महीने में होनी चाहिए।
वहीं हमने मेरठ के जाने-माने डॉक्टर तनु राज सिरोही से इस बारे में बात की की आखिर यह हादसे किस वजह से होते हैं उन्होंने बताया कि जैसे मौसम बदलता है खाना पीना बदलता है और कपड़ों का पहनना बदलता है इस प्रकार से हमारे जीवन में रहना सहना भी बदलता है गीजर की बात करें तो गैस गीजर हम लोग बाथरूम में लगाते हैं उनमें कुछ गैस ऐसी निकलते हैं जो शरीर के लिए बॉडी के लिए हानिकारक होती हैं गैस गीजर से बड़ी मात्रा में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है उस गैस में बॉडी में ऑक्सीजन से ज्यादा जाने की क्षमता होती है और उसे से तीव्र क्षमता से वह बॉडी में जाती है जो लोग गीजर को ऑन करके नहाते हैं तो वहां पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और कार्बन मोनोऑक्साइड गैस शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में चली जाती है। यह हीमोग्लोबिन के साथ ज्यादा तेजी से मिल जाती है और ऑक्सीजन को खत्म कर देती है फिर इंसान को नहीं पता लगता कि वह कब निष्क्रिय हो जाता है वह बैठा बैठा गिर जाएगा खड़ा-खड़ा गिर जाएगा वह हेल्प भी नहीं मांग सकता वह बोल भी नहीं पता है इसका सबसे अच्छा निवारण यह है कि नहाने से पहले गीजर चलाएं और नहाने समय उसको बंद कर दिया जाए ताकि उसे टाइम कोई गैस न निकले बाथरूम में एग्जोस्टर भी लगा होना चाहिए गीजर हमेशा बाहर की ओर लगाना चाहिए उसका पाइप का कनेक्शन हीं अंदर होना चाहिए। ऐसे हादसे महिलाओं के साथ ज्यादा देखने को मिलते हैं। रही बात रूम हीटर की तो इलेक्ट्रिक सेफ्टी का ध्यान रखना चाहिए कमरे में थोड़ा दूरी पर रखना चाहिए कोशिश यह होनी चाहिए कि कमरे में गर्म हवा के लिए ब्लोवर नहीं होना चाहिए ब्लोवर वाला रूम मीटर नहीं होना चाहिए ब्लोवर से जो कैमरे की नमी है वह खत्म हो जाती है जो सांस के मरीज होते हैं हार्ट के मरीज होते हैं उनको एकदम खुश्की आने लगती है हमेशा ऑयल हिटर या रोड हीटर ही इस्तेमाल करना चाहिए और अगर मजबूरी है तो जब कमरे में हीटर चलाएं तो एक बड़े बर्तन में या बाल्टी में पानी भरकर कमरे में रख लें जिससे वहां नमी बरकरार रहे इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज की हमेशा सेफ्टी का ध्यान रखना चाहिए। हमेशा बिजली के तार सही होने चाहिए। हमेशा सेफ्टी मानक के अनुसार ही ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आप नेट पर भी देख सकते हैं । हमेशा कमरे में ब्लोवर नहीं चलना चाहिए जो गर्म हवा फेंकते हैं वह नमी को खत्म करते हैं।
अक्सर देखा जाता है कि जो कैमरे का वेंटिलेशन होता है उसको बंद कर दिया जाता है क्योंकि ठंडी हवा आती है ठंड लगती है अभी हाल फिलहाल में घर में भी देखा गया है कि कमरों में वेंटिलेशन नहीं बनवाया जाता है। हमेशा जिस समय इन चीजों का इस्तेमाल किया जाए उनको ऑफ कर के ही इस्तेमाल किया जाए।
ऐसा अगर कोई हादसा होता है तो सबसे पहले मरीज को बाहर निकलना चाहिए उसको देखना चाहिए कि उसकी सांस आ रही है बेसिक लाइफ सपोर्ट जो होती है उसे पर काम करना चाहिए अगर उसकी सांस नहीं आ रहा है तो मुंह से सांस दिया जा सकता है उसके बाद फोन करके एंबुलेंस को बुलाना चाहिए लेकिन जब तक एंबुलेंस आए उसको बेसिक हेल्प देनी चाहिए बेसिक लाइफ सपोर्ट की अगर अपने ट्रेनिंग है तो आप उसको इस्तेमाल करें।