Breaking News

क्रिकेटर तिलक वर्मा ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात की     |   चेन्नई: थर्मल पावर स्टेशन में बड़ा हादसा, 9 ने गंवाई जान, कई जख्मी     |   चेन्नई थर्मल पावर प्लांट में बड़ा हादसा, 9 लोगों की मौत     |   यूक्रेन युद्ध खत्म न होने की वजह से पुतिन से बहुत निराश हूं- डोनाल्ड ट्रंप का बयान     |   दिल्ली: सीआर पार्क के काली मंदिर पहुंचे पीएम मोदी, दुर्गा पूजा में हुए शामिल     |  

छत्तीसगढ़ में 80 लाख रुपये के इनामी दो नक्सली ढेर, अमित शाह बोले- 'लाल आतंक की रीढ़ तोड़ दी गई'

Chhattisgarh: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सोमवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 40-40 लाख रुपये के इनामी दो शीर्ष माओवादी नेता मारे गए। उन्होंने बताया कि दोनों की पहचान राजू दादा उर्फ ​​कट्टा रामचंद्र रेड्डी (63) और कोसा दादा उर्फ ​​कादरी सत्यनारायण रेड्डी (67) के रूप में हुई है। ये दोनों प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्य थे।

नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया ने बताया कि आज सुबह महाराष्ट्र से सटे अबूझमाड़ के जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हुई, जब सुरक्षा बल क्षेत्र में वरिष्ठ माओवादियों की गतिविधियों की सूचना के आधार पर तलाशी अभियान पर थे। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से दो पुरुष माओवादियों के शव बरामद होने से पहले कई घंटों तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही।

उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने एक एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल, एक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर), भारी मात्रा में विस्फोटक, माओवादी साहित्य और दैनिक इस्तेमाल की बाकी चीजें बरामद की है। राजू दादा उर्फ ​​कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कोसा दादा उर्फ ​​कादरी सत्यनारायण रेड्डी तेलंगाना के करीमनगर के मूल निवासी थे और तीन दशकों से भी ज्यादा समय से प्रतिबंधित आंदोलन (जो बस्तर क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों को संभालता है) की 'दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी' में सक्रिय थे।

एसपी ने बताया कि उन्होंने बस्तर में कई हिंसक घटनाओं की साजिश रची, जिनमें सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों की जान गई। उन्होंने आगे कहा, "राजू दादा को गुडसा उसेंडी, विजय, विकल्प जैसे उपनामों से भी जाना जाता था, जबकि कोसा दादा को गोपन्ना और बुचन्ना के नाम से भी जाना जाता था। छत्तीसगढ़ में उन पर 40-40 लाख रुपये का इनाम था। कई राज्यों और एजेंसियों द्वारा घोषित आपराधिक रिकॉर्ड और इनामों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।"

पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी. ने कहा कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन के खिलाफ निर्णायक अभियानों से संगठन को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि मुश्किल हालात और प्रतिकूल मौसम के बावजूद, बस्तर में पुलिस और सुरक्षा बल अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग हैं और केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार के नजरिये और बस्तर के लोगों की उम्मीदों के अनुरूप काम कर रहे हैं।

उन्होंने उग्रवादियों से हिंसा छोड़ने, मुख्यधारा में लौटने और सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का फायदा उठाने की अपील की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों के दो शीर्ष नेताओं को मार गिराकर उनके खिलाफ एक बड़ी जीत हासिल की है।

उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "हमारे सुरक्षा बल व्यवस्थित रूप से नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को ध्वस्त कर रहे हैं और लाल आतंक की रीढ़ तोड़ रहे हैं।" इस ताजा कार्रवाई के साथ इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 249 नक्सली मारे जा चुके हैं।

इनमें से 220 नक्सली बस्तर संभाग के सात जिलों में मारे गए, जबकि 27 और गरियाबंद जिले में मारे गए, जो रायपुर संभाग का हिस्सा है। दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो और नक्सली मारे गए। 11 सितंबर को राज्य के गरियाबंद जिले में एक मुठभेड़ में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) मॉडम बालकृष्ण समेत 10 नक्सली मारे गए।