हरियाणा के पंचकूला में एक कार में एक ही परिवार के छह सदस्य मृत पाए गए, जबकि एक अन्य की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। पुलिस को सामूहिक आत्महत्या का संदेह जताया है। डीसीपी पंचकूला अमित दहिया ने कहा, "हम लोगों को सात डेडबॉडी मिली है। हम लोगों ने शुरूआती जांच में दो सुसाइड नोट मिले हैं। उसमें हैंडराइटिंग एक्सपर्ट आने पर ही पता चलेगा लेकिन उसमें अपने जिंदगी में आर्थिक नुकसान से सुसाइड करने की बात सामने आई है।"
पुलिस ने मृतकों में से एक की पहचान 41 साल के प्रवीण मित्तल के रूप में की है, जबकि अन्य की पहचान उसकी पत्नी, दंपति के तीन नाबालिग बच्चों (जिनमें से दो लड़कियां हैं) और उसके माता-पिता के रूप में की गई है। स्थानीय युवक ने बताया कि वो कल रात टहलने निकला था, तभी उसने सड़क पर देहरादून में पंजीकृत कार खड़ी देखी, जिसके एक दरवाजे से तौलिया लटका हुआ था।
प्रत्यक्षदर्शी पुनीत राणा ने कहा, "रात को ये लगाकर चलो 10 बजे के करीब, साढ़े नौ बजे के करीब मैं घर आया हूं तब मुझे गाड़ी नहीं दिखी। दस बजे के करीब नीचे वाले भईया का फोन आया, तो आया तो वो बोले कि गाड़ी खड़ी है। टावल लगाए हुए हैं, देखते हैं कि गाड़ी में कौन है। तो हमने जाकर देखा तो गाड़ी खुल गई तो हमने कहा कि यहां क्यों खड़े हो तो बोले हम बाबा के पास आए थे, हमें होटल नहीं मिला।"
पुलिस आई और एक व्यक्ति को अस्पताल ले गई जो जीवित था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक के एक रिश्तेदार ने संवाददाताओं को बताया कि परिवार मूल रूप से पंचकूला में रहता था और कुछ साल देहरादून में रहने के बाद हाल ही में शहर लौटा था।
मित्तल के चचेरे भाई संदीप अग्रवाल ने बताया, "पुलिस ने तो यही बताया है कि उन्होंने हमारे बारे में लिखा है, मेरे बारे में लिखा है और दूसरे वो मेरे ससुर जैसे भी है, पर उन पर एक्शन न लिया जाए। कर्जा कुछ नहीं होता है, कर्जा तब तक है जब तक आपके पास कुछ देने को है। अब बैंक वालों ने सारी प्रॉपर्टी मर्ज कर ली थी।"
मित्तल के ससुर राकेश गुप्ता ने कहा, "पारिवारिक परेशानी से हमें मतलब नहीं था। बाकि अपना था, जो है। लड़की थी पहले जाती थी। परेशान तो थे ही, पैसा ले रखा होगा ब्याज पर, देखो मह तो जितनी हेल्प करनी थी, उतनी करते रहे।" मित्तल की पत्नी रीना की बहन राखी ने बताया, "हां जी, पहले 15 में थे, 20 में फ्लैट था इनका। उत्तराखंड तो ये भागे थे। गये थे उत्तराखंड कई साल, कर्जा हो गया था। बेसिकली तो ये बरवाला के हैं, हिसार बरवाला के हैं।"