सुरंग के अंदर फंसे लोगों के कई परिवार के सदस्य पिछले दो हफ्ते से उत्तरकाशी में डेरा डाले हुए हैं। उम्मीद है कि मंगलवार को उनका इंतजार खत्म हो जाएगा।
मजदूरों के रिश्तेदारों का कहना है कि जब तक वो सुरंग से बाहर नहीं निकल आते, वो जश्न नहीं मनाएंगे, हालांकि वो जानते हैं कि उनकी ये परीक्षा जल्द ही समाप्त हो जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि रेस्क्यू टीम ने मंगलवार को ध्वस्त सिल्क्यारा सुरंग के 60 मीटर लंबे मलबे में ड्रिलिंग की, जिसमें 41 कर्मचारी पिछले 16 दिनों से फंसे हुए हैं।