Rudraprayag News: ऊखीमठ के कालीमठ घाटी में काली गंगा के किनारे भूस्खलन होने से दर्जनों परिवार खतरे की जद में आ गये हैं, कालीमठ घाटी के कविल्ठा और खोन्नू गांवों के निचले हिस्से में काली गंगा के किनारे बने सुरक्षा दीवालों के काली गंगा की तेज धाराओं में समाने से दर्जनों घरों में दरारें पड़नी से ग्रामीण साये में दिन गुजारने के लिए विवश हो गये हैं.
काली गंगा के किनारे लगातार भूस्खलन होने के काश्तकारों की कई हेक्टेयर सिंचित और अंसचित भूमि आपदा की भेंट चढ़ने से ग्रामीणों के आजीवन का संकट बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते काली गंगा के किनारे सुरक्षा दीवालों का निर्माण कर भूस्खलन रोकने के पुख्ता इंतजाम नहीं किये, तो कुछ समय बाद दोनों गांवों के सैकड़ों परिवारों पर कहर बरस सकता है.
बता दे कि पिछले कुछ समय राज्य में लगातार बारिश का दौर जारी है, जिसके कारण पर्वतीय इलाकों में कई जगहों पर भूस्खलन जारी है. ऐसे में कई ऊखीमठ के कई दर्जन खतरे की जद में आ गये हैं.