तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान भगवती नन्दा इन दिनों तुंगनाथ घाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों की कुशलक्षेम पूछ कर ग्रामीणों को आशीर्वाद दे रही है तथा ग्रामीणों द्वारा भगवती नन्दा के आगमन पर अनेक प्रकार के पकवान अर्पित कर तथा बगडवाल नृत्य का आयोजन कर क्षेत्र के खुशहाली व विश्व समृद्धि की कामना की जा रही है।
भगवती नन्दा के आगमन से तुंगनाथ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा ग्रामीणों द्वारा भगवती नन्दा का भव्य स्वागत पुष्प वर्षा से किया जा रहा है तथा महिलाओं द्वारा भगवती नन्दा की विदाई भावुक क्षणों के साथ की जा रहीं हैं! भगवती नन्दा जिस गाँव में पर्दापण कर रही है उस गाँव में महिलाओं द्वारा पौराणिक जागरो के माध्यम से भगवती नन्दा की महिमा का गुणगान किया जा रहा है।
भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान भगवती नन्दा प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रों के नवमी के दिन मक्कूमठ से काण्डा गाँव पहुंचती है तथा विभिन्न गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों को आशीर्वाद देती है तथा भगवती नन्दा के आगमन पर ग्रामीणों द्वारा अनेक धार्मिक परम्पराओं का आयोजन किया जा रहा है।