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मेरठ में सपा MLA अतुल प्रधान आमरण अनशन में बड़ा ट्विस्ट, चेकअप में भूख हड़ताल का नहीं मिला कोई लक्षण

समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान प्राइवेट अस्पताल के खिलाफ पिछले 5 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। लेकिन सपा विधायक के आमरण अनशन पर सवाल उठने लगे हैं। आमरण अनशन पर बैठे अतुल प्रधान की मेडिकल रिपोर्ट वायरल हो गई है। एक तरफ अतुल प्रधान दावा कर रहे हैं कि वह भूख हड़ताल पर हैं और आमरण अनशन कर रहे हैं। 

वहीं मेडिकल रिपोर्ट चौंकाने वाले खुलासे कर रही है। मेडिकल रिपोर्ट की माने तो अतुल के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान भूखे रहने जैसा कोई लक्षण नहीं आया है। इसी के बावजूद अतुल प्रधान का वजन आमरण अनशन के दौरान बढ़ रहा है। पहले दिन अतुल प्रधान का वजन 98 किलो रिकॉर्ड किया गया। इसके अगले दिन यह वजन 2 किलो बढ़कर 100.4 किलो के आसपास पहुंच गया। तीसरे दिन भी यह वजन 100.4 किलो के आसपास बना रहा।

अब ऐसे में अतुल के आमरण अनशन और उनकी भूख हड़ताल पर सवाल उठने लाजिमी है. सत्ताधारी ही नहीं बल्कि शहर के आम आदमी भी आमरण अनशन पर बैठे अतुल प्रधान के वजन बढ़ाने पर चुटकी ले रहे हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी अतुल प्रधान के धरना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए अतुल प्रधान के आमरण अनशन पर कटाक्ष कर दिया। 

उन्होंने कहा कि मेरठ खा पीकर आंदोलन करने वालों की धरती है। यहां विरोध प्रदर्शन और आंदोलन लंगर और भंडारे लगाकर होता रहा है। ऐसे में वह अतुल प्रधान के आमरण अनशन के पक्ष में नहीं है। उन्होंने प्रशासन से अपील भी की दोनों पक्षों की बात सुनकर एक कमेटी बनाई जाए ताकि इस मसले का निस्तारण किया जा सके। यानी अतुल प्रधान ने राकेश टिकट को अपने समर्थन के लिए मेरठ बुलवाया था। और वही राकेश टिकट उन्हीं के अनशन पर चुटकी ले बैठे। अतुल प्रधान को समर्थन देने की बजाय उनके आमरण अनशन पर नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि प्रशासन को इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाना चाहिए।

रिपोर्ट- प्रदीप शर्मा, मेरठ