नेपाल के कपिलवस्तु से रामभक्त भगवान दास यादव मंगलवार को अपनी पत्नी के साथ अयोध्या पहुंचे। वे पैदल ही नेपाल से अयोध्या पहुंचे हैं। भगवान दास यादव को रामजन्मभूमि पहुंचने में नौ दिन से ज्यादा का समय लगा। रामलला के दर्शन करने के बाद उनके आंसू छलक पड़े और वे दोनों भावुक हो गए। यादव ने बताया कि उनके और उनकी पत्नी दोनों के पैरों में चोट है जिसकी वजह से उन्हें अयोध्या पहुंचने में देरी हुई।
उन्होंने कहा कि "भगवान राम 500 वर्षों के बाद अपने घर लौटे हैं। यह मेरे लिए बहुत भावुक करने वाली बात है। जब हम एक दिन भी अपने घर में नहीं रह पाते हैं, तो हमें बहुत बुरा लगता है। भगवान राम 550 वर्षों से अपने घर में नहीं थे।" उनकी पत्नी सुशीला यादव ने कहा, "मैं देवी सीता के दर्शन करने के लिए यहां आई हूं। मैं यहां इस मंदिर तक पैदल चलकर आई हूं।"
रामलला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन बाद मंगलवार को अयोध्या में राम मंदिर के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए गए।