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वाराणासी के क्रिकेट स्टेडियम में दिखेगी भगवान शिव की झलक, डमरू और त्रिशूल डिजाइन में शामिल

UP News: वाराणसी के गंजरी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए पहले ही भूमि आवंटित कर दी गई है. अब प्रधानमंत्री वाराणासी के दौरे पर इसकी आधारशिला रखेंगे. लेकिन इसकी सबसे खास बात यह है कि इस स्टेडियम में काशी की संस्कृति और शिव की भी झलक देखने को मिलेगी. गंजारी में बनने जा रहा वाराणासी का यह स्टेडियम काफी आर्कषक होगा. वाराणासी भगवान शिव की नगरी माना जाता है. ऐसे में वाराणासी में बनने जा रहा स्टेडियम को खास तौर पर शिवमय बनाया जा रहा है. 

क्या होगी वाराणासी स्टेडियम की खास बातें-
वाराणासी का यह स्टेडियम 30.6 एकड़ में फैला हुआ है. इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 30,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी, जिसमें सात पिच होगी, प्रैक्टिस नेट, खेल मैदान, लाऊंज़, कमेंटेटर बॉक्स, प्रेस गैलरी और मुख्य मैदान के बाहर एक अतिरिक्त छोटा ग्राउंड और पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध होगी.

"दिखेगी काशी के संस्कृति की झलक"
इस स्टेडियम को तैयार करने के लिए 2 साल का लक्ष्य रखा गया है, जिसको बनाने में लगभग 325 करोड रुपए लागत आएगी. इस स्टेडियम में काशी की सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिलेगी, जहां स्टेडियम की छत को भगवान शिव के माथे पर विराजमान अर्धचंद्र की तरह बनाया जाएगा. वहीं त्रिशूल के आकार में इसकी फ्लड लाइट होंगी. स्टेडियम का प्रवेश द्वार का डिज़ाइन बेलपत्र के समान बनाया जा रहा है.

इसके साथ ही प्रवेश द्वार और उसके आसपास घाट की सीढ़ियां और लाऊंज़ डमरू जैसा दर्शाया जाएगा. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम उद्घाटन को लेकर न केवल क्रिकेट खिलाड़ियों में खासा उत्साह है बल्कि बनारस के आम लोगों में भी इसको लेकर काफी चर्चाएं हैं. आने वाले समय में बनारस में बड़े मैच होंगे, जिसके बाद न केवल क्षेत्रीय लोगों के लिए अनेक रोजगार के अवसर पैदा होंगे.