Breaking News

मध्य अफगानिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से पचास लोगों की मौत     |   तीन बंधकों के शव मिलने के बाद इजरायली सेना को गाजा से मिला एक और बंधक का शव     |   लोकसभा चुनाव 2024: आज पश्चिम बंगाल में 3 जनसभा को संबोधित करेंगे PM मोदी     |   जम्मू-कश्मीर: कठुआ में संदिग्ध एक्टिविटी के बाद सुरक्षाबलों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन     |   यूपी और बिहार में 3 जनसभा करेंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह     |  

करना होगा मजदूरों को इंतजार, इतना लगेगा का समय

उत्तराकाशी की शिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए आज का  दिन अम्मीद से भरा  हुआ है।  आज का  रेस्क्यू आपरेशन बेहद अहम साबित हो सकता है। 12 दिन की लंबी जद्दोजहद  के बाद आद एक उम्मीद की किरण जगी है की मलबे के उस पार फंसे मजदूर सूर्य की किरण देख सकते हैं।  मजदूर ही नहीं ब्लकि उनके परिवार  के साथ ही  पूरे देश की निगाहे टिकी हुई है।  सभी को बस उस वक्त का इंतजार है जब  मजदूरों के बाहर आने की खुश खबरी सामने आएगी।

 12 दिन बाद आज का दिन रेस्कयू आपरेशन के तहत काफई अहम है। गहन आपरेशन के तहत लोगों का मददूरों के बाहर निकलने की  पूरी कोशिश की जाएगी कि  मिशन जिंदगी सफल हो।  मलबे के पार फंसे  लोग  बाहर की जिंदगी फिर से सामान्य तरह से दी सकें। वो भी बाहर की आबोहवा और बाहरी दुनिया की होने वाली गतिविघियों को फिर से चालू कर पाएंगे। एक बार फिर  से वो अपनी जिंदगी जीना शुरू करेंगें।

 ऐसे में सुबह से ही उत्तर काशी की  टनल के  आस पास गहमागहमी का महौल बना हुआ जिसके लिए  युद्द स्तर पर चालू बचाव कार्य जारी है। आपरेश को भी तेज कर दिया गया है। भारी संख्या में बचाव  दल मौके पर मौजूद हो चुका है। जिससे की कार्य में तेजी लाई जा सकें और मिशन को कामयाब किया जा सके।  आज इस अहम दिन पर बचाव दल के साथ ही साथ इसी बीच मौके पर केंदीय मंत्री के वीके सिंह और सीएम धामी भी पहुंच  चुके हैं।

 बचाव कार्य जारी है जिसके  मुताबिक बताया जा रहा है कि  इस आपरेश में समय लग सकता है। ड्रिलिंग का काम समय ले सकता ह जो कि ये भी कहा जा रहा है इसमें करीब 12 से 14 घंटे भी लग सकते हैं. जिसके लिए काफी जद्दोजहद की  जा रही है। पाइपों को 45 मीटर के आगे बचे हुए 6  मीटर  तक पहुंतने के लिए वेल्डिंग की भी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।  इसी के साथ हर तरह का जुगाड लगाया जा रहा है कि कैसे इस आपरेशन को कितनी जल्दी सफल कर सकें और जल्द से  जल्द मजदूरों को बाहर निकाला जा सकें।